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Showing posts from November, 2018

Bhagat Singh Chapter 3 in English

Guys! ... There are so many questions in my mind that if Bhagat Singh was alive then would Pakistan be made? If Bhagat Singh was alive, then which party would you come or make a party? ....... There are many questions that come to my mind and I do not know the minds of others. But Bhagat Singh also used to think about politics. If only you think that Bhagat Singh only wondered how to liberate the country or if I climb to hang, then perhaps Bhagat Singh would be born and the country would be liberated. Friends, I would not hesitate to speak in this way that you can say the name of Bhagat Singh's name or you can say that some people, by organizing Bhagat Singh's curtain, are many institutions or political parties who speak but there is something else to talk about. Today, such a situation has happened today, I will not speak to all the institutions because some work but the working people do not get that strength. Because sometimes because of the lack of money, sometimes peopl

भगत सिंह (Bhagat Singh) Chapter 3

दोस्तों!...मेरे मन में बहुत से सवाल आते हैं जैसे कि अगर भगत सिंह ज़िंदा होते तो क्या पाकिस्तान बनता? अगर भगत सिंह ज़िंदा होते तो कौन सी पार्टी मे आते या अपनी कोई पार्टी बनाते?.......ऐसे बहुत से सवाल हैं जो मेरे मन में आते हैं औरों के मन का मुझे नही पता। लेकिन भगत सिंह राजनीति के बारे में भी सोचते थे। अगर आप लोग सिर्फ यही सोचते हो कि भगत सिंह सिर्फ यही सोचते थे कि देश कैसे आज़ाद करवाना है या मैं फांसी पर चढ़ जाऊँ तो शायद ओर भगत सिंह पैदा होंगे और देश आजाद हो जाएगा। दोस्तों मैं इस बात को बोलने में ज़रा भी हिचक नही करूँगा कि भगत सिंह के नाम की आढ़ या आप बोल सकते है कि भगत सिंह का पर्दा लेकर कुछ लोग संस्थाए या राजनीतिक पार्टियां जो बोलते तो बहुत हैं लेकिन बोलना कुछ और करना कुछ और । आज कल ऐसी स्थिति हो गयी है मैं सभी संस्थाओं को नही बोलूंगा क्योंकि कुछ कार्य करती हैं लेकिन कार्य करने वाली संस्थाओं को वो बल नही मिल पाता है। क्योंकि कभी रूपयों के अभाव से तो कभी लोगों के अभाब से। मुझे पता है आप में से कुछ को बुरा भी लगेगा लेकिन यही सच्चाई है इसे छुपाया नही जा सकता है। भगत सिंह का मुझे एक विचार बहुत

Bhagat singh chapter 2 in english

Friends! I am not writing a biography of Bhagat Singh or you understand that I want to tell about the life of Bhagat Singh. If you think so, then you are wrong. Because all you have read about Bhagat Singh and if you have seen the film made on them then you will know about their life. I will try to write Bhagat Singh's thoughts ... how did Bhagat Singh live ... what he kept thinking ... how he must have been passionate .. I will try to write about all of these. Because there will be thousands of such institutions in the country which will be working under the name of Bhagat Singh, but there will be few such institutions in them, which in reality are engaged in making Bhagat Singh's idea true! Think of yourself at the age of 23, what was Bhagat Singh thinking for the country ... what should be India ... how should the system be arranged. His dream was ... a socialist legend ..... Bhagat Singh wanted to create a country where there should not be any difference in rich poor

Bhagat singh(भगत सिंह) Chapter 2

दोस्तों! मैं कोई भगत सिंह की जीवनी नही लिख रहा हूँ या आप ये समझे कि मैं भगत सिंह के जीवन के बारे में कुछ बताना चाहता हूं। अगर आप ऐसा सोच रहे हैं तो आप गलत हैं। क्योंकि आप सब ने भगत सिंह के बारे में पढा ही है और आपने उन पर बनीं फ़िल्म भी देखी ही होंगी तो लिहाज़ा उनके जीवन के बारे में आप जानते ही होंगे। मैं तो भगत सिंह की सोच लिखने का प्रयास करूंगा... भगत सिंह किस तरह जीते थे ..क्या सोच रखते थे.. कैसा उनका जुनून रहा होगा.. मैं इन सब के बारे में लिखने की कोशिश करूंगा। क्योंकि देश में हज़ारों ऐसी संस्थाये होंगी जो भगत सिंह के नाम से कार्य करती होंगी, लेकिन उन सब में ऐसी बहुत कम संस्थाएं होंगी जो सही मायने में भगत सिंह के विचार को सच करने में लगी हों! आप खुद सोचिये 23 साल की उम्र में भगत सिंह ने देश के लिए क्या क्या सोच कर रखा था... कैसा भारत होना चाहिए.... किस तरह देश की व्यवस्था होनी चाहिए । उनका सपना था....एक समाजवादी वतन..... भगत सिंह ऐसा देश बनाना चाहते थे जिसमें अमीर गरीब में कोई फर्क ना हो।...अमीर ज्यादा अमीर ना होता जाए और गरीब बहुत गरीब ना हो.. आज के आखिर में ये बताना चाहता हूँ क

Bhagat Singh

" Bhagat Singh " ... whenever we hear this name .. Patriotism gets awakened in the heart, glow comes in the eye ... and a turbaned Sardar appears in the bearded mild face. Today I will talk about Bhagat Singh ... on his thoughts, on his dreams of India, on his execution ... how he got hanged! What were such circumstances that Gandhi could not even save Bhagat? Friends .. What is the age of 23 years old? In today's time, people do not understand what it is to do in the future and look at such crazy people die for the country. Today you will read some of it and nothing else. Some will say that such a bullshit is written.I hope you like ... Bhagat Singh is not such a name that no one came and started sloganeering the name of Bhagat Singh or making another slogan. Bhagat Singh is such a name which we can not utter in words nor in slogans. I would say that Bhagat Singh is not able to understand us till we understand Bhagat's thinking, feelings like him, his passion,

Bhagat Singh (भगत सिंह) - Revolutionary India

" भगत सिंह "... जब भी हम ये नाम सुनते है.. दिल में देशभक्ति जाग जाती है ,आंखों में चमक सी आ जाती है..और एक पगड़ी वाला सरदार हल्की सी मूछ दाढ़ी में नज़र आता है। आज से मैं बात करूंगा भगत सिंह की ...उसके विचार पर,उनके सपनों के भारत पर,उनकी फांसी के ऊपर कि ...कैसे उसे फांसी मिली! ऐसे कौन से हालात थे कि भगत को गांधी भी नही बचा पाए ? दोस्तों.. 23 साल की उम्र क्या होती है। आज के समय मे तो लोग ये नही समझ पाते है कि भबिष्य में करना क्या है और ऐसे पागलों को देखो देश के लिए मर मिटे। आज आप में से कुछ पढ़ेंगे इसे और कुछ नही । कुछ बोलेंगे कि ऐसे ही बकवास लिखा है इसने।उम्मीद है आपको पसंद आएगा... भगत सिंह ऐसा वैसा नाम नही है कि कोई भी आये और भगत सिंह के नाम के नारे लगाने लग जाये या कोई और नारे लगाने लग जाये। भगत सिंह ऐसा नाम है जिसे हम न तो शब्दों में और ना ही नारों में बयान कर सकते है। मैं तो ऐसा बोलूंगा कि भगत सिंह को हम तब तक नही समझ सकते हैं, जब तक हम भगत के जैसी सोच , उनके जैसी भावना, उनके जैसा जोश , उनके जैसा पागलपन ओर साथ में उनके जैसी देशभक्ति देश के प्रति प्रेम और देश के लिए उनकी जै